Wednesday, December 25, 2019

असरार..!!

वो लगते हैं जरा शोरीदा, की मैं बोसीदा सा दिखता हूँ आज कल,
उनको गुमान हैं अपने इख्तियार पे, जो मेरे सबात पर सवाल उठाते हैं,
वो भी एक अहद था जब फैज़ था उनकी इमदाद में, पर उस फुरकत ने हमें भी अघ्यार कर दिया,

उनको यकीन है मेरे कातिल होने का, पर.. सुन लो ये, की जान अभी बाक़ी है...तेरे आने तक। ..!!