तेरी बाहों का आगोश याद है मुझे, मेरी साँसों मैं तेरी खुशबु का एहसास है मुझे,
मेरी आंखों मैं सिमटी हुई हैं तेरे जिस्म की ऊंचाइयां और गेहराईआं,
मेरे पास है तेरे बदन की तपिश, तेरी जुल्फों मैं बसी हुई हैं मेरी कशिश !
Monday, September 27, 2021
Thursday, July 8, 2021
तेरी आहट..!!
तेरी आहट का है इंतज़ार मुझे,
ये इंतज़ार करता बहुत बेकरार मुझे !
इस बेकरारी का ही तो असर है ये,
हर इस बेकरारी के लम्हे से है प्यार मुझे !
Monday, June 21, 2021
Monday, June 7, 2021
Wednesday, May 19, 2021
दायरा ..!!
तू वहाँ, मैं यहाँ.. ये है हमारा जहाँ,
पर मैं डूबा रहा तुझ में, मुझे दुनिया की थी फ़िकर कहाँ..!!
Monday, May 17, 2021
Friday, April 23, 2021
चुस्कियां..!!
मेरी रूह तो स्वाद तेरी सोहबत का लेती है,
तू समझती है के मैं पीता हूँ चाय चुस्कियां ले कर..!!
Thursday, April 22, 2021
गरम सांसें..!!
मेरी आँखों की नींद उड़ा देती है तेरी साँसों की तपिश,
जैसे प्यासे रेगिस्तान में उड़ जाती है बारिश की एक बूँद भाप बन कर ..!!
Thursday, April 15, 2021
दायरा ..!!
बिखरा हुआ था बरसों से, आज जा कर सिमटा हूँ मैं तेरे दामन मैं,
वो जो तेरी बिखरी जुल्फें थी, वही तो मेरा दायरा बन गयीं..!!
Tuesday, March 16, 2021
मौला..!!
जब चुराना चाहो ख़ुशी से दो लम्हे, लगता है की ज़िन्दगी साथ नहीं देगी
जब चुराना चाहो मुस्कराहट के दो लम्हे, लगता है की कायनात साथ नहीं देगी
बिना गलती के मिली हुई सजा, मौत से भी बदतर महसूस होती है
तू ही बता दे मौला, क्या अब तेरी बन्दगी भी साथ नहीं देगी ?