मेरी कवितायेँ ...
तेरी बाहों का आगोश याद है मुझे, मेरी साँसों मैं तेरी खुशबु का एहसास है मुझे,मेरी आंखों मैं सिमटी हुई हैं तेरे जिस्म की ऊंचाइयां और गेहराईआं,मेरे पास है तेरे बदन की तपिश, तेरी जुल्फों मैं बसी हुई हैं मेरी कशिश !
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