मेरी कवितायेँ ...
तेरे साथ जो हर एक लम्हा है, वो लम्हा खुद भी तेरे बगैर तन्हा है, वैसे अपने आप मैं हर वो लम्हा बड़ा ही ख़ास है, पर जब वह तेरे साथ है, तभी वो एक पूरा एहसास है ..!!
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