Thursday, April 22, 2021

गरम सांसें..!!

मेरी आँखों की नींद उड़ा देती है तेरी साँसों की तपिश,
जैसे प्यासे रेगिस्तान में उड़ जाती है बारिश की एक बूँद भाप बन कर ..!!

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